
पर्यटन पर निबंध
पर्यटन का मतलब है भ्रमण (घूमना फिरना)। हम किसी भी स्थान की संस्कृति, दर्शनीय स्थलों के बारे में पुस्तकों में पढ़कर ज्ञान प्राप्त करते हैं, लेकिन पुस्तकों में किसी भी स्थान विशेष के बारे में सब कुछ नहीं लिखा होता। किसी भी पर्यटन स्थल के बारे में पुस्तकों में पढ़ने के बाद हमारे दिल में लालसा उत्पन्न होती है काश हम उस जगह को प्रत्यक्ष देख पाते।
जब उसी जगह को हम प्रत्यक्ष देखते हैं वहां घूमते फिरते हैं उस जगह की संस्कृति के बारे में जानते हैं उस यात्रा को पर्यटन कहते हैं। आइए पर्यटन पर निबंध के माध्यम से इस विषय के बारे में और अधिक जानते हैं।
प्रस्तावना- एक ऐसी यात्रा जो मनोरंजन के लिए या, फुर्सत के समय का आनंद उठाने के उद्देश्य से की जाती है पर्यटन कहलाती है। प्राचीन काल में यातायात के साधनों की सुविधा अधिक नहीं थी। केवल धनी वर्ग के लोगों के पास ही अपने घोड़े- गाड़ी होते थे बाकी लोग उस समय पैदल चलकर ही यात्रा का आनंद लेते थे, लेकिन आज के युग में हवाई जहाज, रेलगाड़ी, बस आदि यातायात के बहुत से साधन हैं।
पर्यटन ज्ञान वृद्धि का उत्तम साधन है। पर्यटन से हमारा बहुत लाभ होता है। स्वास्थ्य परिवर्तन के लिए भी कुछ लोग पर्यटन करते हैं। पर्यटन से शिक्षा संबंधी ज्ञान मिलता है, तथा प्राकृतिक दृश्य देखने से अपार आनंद मिलता है।
आधुनिक मानव जीवन में पर्यटन ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आधुनिक युग में इसे एक अच्छा उद्योग भी माना जाता है। विश्व के अधिकांश देश पर्यटन उद्योग के विकास के लिए कदम उठा रहे हैं।
पर्यटन किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्रोत भी है। जिससे उस देश की अर्थव्यवस्था चलती है उदाहरण के लिए मोनाको देश, यह देश पर्यटन के लिए काफी मशहूर है इस देश की अधिकांश अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही निर्भर है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि- यात्रा करना मानव की मुख्य आदतों में से एक आदत है। प्राचीन काल में भी मानव भोजन की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते थे। पुराने जमाने के लोग खानाबदोश ( एक स्थान से दूसरे स्थान पर यात्रा करते रहना) जीवन जीते थे।
पर्यटन के कारण ही लोगों को दूसरे देशों की संस्कृति, प्राचीन सभ्यता के बारे में पता चला। मेगास्थनीज, फाहियान, ह्वेनसांग आदि ने पर्यटन द्वारा ही किसी भी देश की शिक्षा, सभ्यता, संस्कृति, शासन और सामाजिक जीवन पर ज्ञान प्राप्त किए।
भारत का पर्यटन उद्योग- अपना देश भारत अनेकता में एकता वाला देश है। यहां की संस्कृति, भिन्न – भिन्न धर्म, अलग-अलग कला और बहुत कुछ देखने लायक है । हमारे देश में प्राचीन काल और आधुनिक काल में बने बहुत से पर्यटन स्थल अन्य देशों को आकर्षित करते हैं। जिन्हें देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। इसलिए भारत जैसे विकासशील देशों में अर्थव्यवस्था के विकास के लिए पर्यटन एक बहुत बड़ा स्रोत है।
भारत के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल- भारत एक आकर्षक देश है जहां विभिन्न पर्यटन स्थल लोगों के आकर्षण का कारण है। भारत देश की अलग-अलग प्रकार की भाषा, भारत का इतिहास, पर्वतीय विविधता और इनकी समृद्ध वनस्पतियां और जीव हैं। भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मों के अनुयायी हैं। अजंता और एलोरा की गुफाएं अपनी कला और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
वहीं कश्मीर, कुल्लू मनाली, मसूरी, ऊटी, केरल, गोवा आदि अपने समुद्र तट की सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। काजीरंगा, गिर, कार्बेट नेशनल पार्क। रणथंभोर और साइलेंट वैली जैसे महान राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य पर्यटकों के लिए एक महान आकर्षण का केंद्र है। आगरा का ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है जिसे देखने विदेशों से लोग भारत आते हैं।
उपसंहार- पर्यटन मानव जीवन के सभी पहलुओं को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल देश में राष्ट्रीय एकता स्थापित करने में मदद करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सद्भावना भी मजबूत करता है। अपने देश भारत में पर्यटन उद्योग एक बहुत बड़ा उद्योग है। इसलिए सरकार ने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई अभियान चलाए हैं। जैसे “अतुल्य भारत योजना” “अतिथि देवो भव” इससे भारत के पर्यटन क्षेत्र में विकास हुआ है। जिससे अपने देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
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