
भारतीय संस्कृति पर निबंध 200 शब्दों में।
हमारा देश भारत अनेकता में एकता वाला देश है। यह विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता का देश है। भारत अधिक जनसंख्या वाला देश है, लेकिन विभिन्न धर्मों के लोग अपनी अनोखी संस्कृति के साथ प्यार से मिलजुल कर रहते हैं। भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है हालांकि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 22 आधिकारिक भाषा और 400 दूसरी भाषाएं बोली जाती हैं।
संस्कृति दुनिया के किसी भी देश, समुदाय जाति और धर्म के लिए एक आत्मा होती है। किसी भी देश की पहचान उसकी संस्कृति से ही की जाती है, लेकिन आधुनिक बनने की होड़ में हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। आजकल के लोग पाश्चात्य देशों की होड़ कर रहे हैं।
नई पीढ़ी के लोगों को पता है 25 दिसंबर को क्या हुआ था? हम क्रिसमस डे क्यों मनाते हैं? स्कूलों और कॉलेजों में भी बड़े शौक से और अच्छी तरह से इस दिन को मनाते हैं। क्रिसमस डे मनाइए अच्छी बात है, लेकिन जितने दिल से आप क्रिसमस डे मनाते हैं उतने ही धूमधाम से राम जन्म, कृष्ण जन्म भी मनाइए। यह राम और कृष्ण की धरती है आजकल के बच्चों को तो यही नहीं पता है कि राम और कृष्ण कौन थे? अपने बच्चों को राम,कृष्ण, गौतम बुद्ध आदि के बारे में बताइए, हमारी संस्कृति के बारे में बताइए तभी तो हमारी नई पीढ़ी भी गर्व से कहे कि हां हम हिंदुस्तानी हैं।
भारतीय संस्कृति पर निबंध विस्तार से
प्रस्तावना – दुनिया की पहली और महान संस्कृति के रूप में हमारे देश भारत की संस्कृति को माना जाता है। पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति प्रसिद्ध है। विभिन्न संस्कृति और परंपराओं के लोग यहां सामाजिक रुप से स्वतंत्र हैं। इसी वजह से धर्मों की विविधता में भी एकता झलकती है कुछ कार्यक्रम जैसे बुद्ध पूर्णिमा, महावीर जयंती, गुरु पर्व, होली, ईद आदि कई त्यौहार विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं इसलिए भारत को अनेकता में एकता वाला देश कहा जाता है
भारतीय संस्कृति क्या है? हमारे प्राचीन ग्रंथों में संस्कृति का अर्थ संस्कार बताया गया है संस्कृति को साधारण भाषा में कहें तो एक सामान्य मनुष्य को सामाजिक प्राणी बनाने में जिन मूल्यों तत्वों और मान्यताओं का योगदान होता है उसे ही संस्कृति कहते हैं हमारे देश की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम यानी सभी सुखी और निरोगी रहें सबका कल्याण हो और कोई भी मनुष्य दुखी ना हो।
भारतीय संस्कृति की विशेषताएं – आधुनिक युग में दुनिया ने काफी तरक्की की है साथ ही साथ हमारा देश भारत भी उन्नति के मामले में काफी आगे पहुंच चुका है। लेकिन हम भारतीयों ने अपनी प्राचीन संस्कृति को नहीं छोड़ा भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृतियों में से एक है।
सम्मान, मानवता, प्रेम, परोपकार, भाईचारा, भलाई, धर्म हमारी संस्कृति की मुख्य विशेषताएं हैं। आज के समय में ज्यादातर देश आधुनिकता की होड़ में अपनी संस्कृति को छोड़ रहे हैं, लेकिन हम भारतीयों ने आज भी अपनी संस्कृति और परंपराओं को कायम रखा है।
सदियों से चली आ रही बहुत सी परंपराओं को हम आज भी निभाते हैं जैसे- सूर्य, पीपल, गंगा नदी, गाय आदि को देवी देवता मानकर उनकी पूजा करते हैं। हम आज भी अपने वेद पुराण गीता, रामायण आदि उपनिषदों की आस्था और गरिमा को बरकरार रखे हुए हैं।
सहनशीलता भारतीय संस्कृति की सबसे बड़ी विशेषता है। सदियों पहले जब अपने देश पर अंग्रेजों ने हुकूमत चलाई और अपने देशवासियों पर बहुत अत्याचार किए। अंग्रेज लोग हमारे देशवासियों को बेवजह सजा देते थे और बहुत जुल्म करते थे। हमारे देशवासियों ने शांति बनाए रखने के लिए अंग्रेजों के अत्याचार को भी सहा।
अनेकता में एकता – अपने देश में विभिन्न धर्मों के लोग बहुत प्यार से रहते हैं। सब अपने त्योहारों को अपनी रस्मों के हिसाब से मनाते हैं। पवित्र गंगा नदी में स्नान करते हैं, ईद मनाते हैं, लोहड़ी भी मिल जुल कर मनाते हैं, होली भी बड़े प्रेम से मनाते हैं। सामाजिक त्योहारों की तरह राष्ट्रीय त्यौहार भी जैसे- स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, गांधी जयंती को सभी लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं। भारत में अलग-अलग जगह भिन्न भिन्न तरह के नृत्य हैं जैसे- भरतनाट्यम, कथक, कुचिपड़ी, पंजाबी, गरबा, बिहू, लावणी आदि।
भारतीय संस्कृति को कैसे कायम रखें? अपने देश का गौरव बनाए रखने के लिए हमें अपने देश की संस्कृति का संरक्षण करना होगा। अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति के बारे में ज्यादा से ज्यादा ज्ञान दें। इसके लिए आप अपनी धार्मिक परंपराओं के बारे में जाने, अपनी राष्ट्रीय भाषा हिंदी का अधिक प्रयोग करें। अपनी संस्कृति पर सकुचाने की बजाय गौरव करें।
राम, कृष्णा, स्वामी विवेकानंद, गौतम बुद्ध जैसे महापुरुषों की जीवनी पढ़ें, और उनके उपदेशों तथा आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं। जब कोई देश अपनी संस्कृति को संरक्षित नहीं कर पाता है, और दूसरे देशों की तरह आधुनिक बनने की कोशिश करता है तो उस देश का अस्तित्व ही खत्म हो जाता है। इसलिए हमें अपनी भारतीय संस्कृति को कायम रखना होगा।
निष्कर्ष – भारतीय संस्कृति से हमेशा दूसरे देश प्रभावित रहते हैं। इस संस्कृति ने दुनिया को कर्तव्य, संयम, त्याग और प्रेम का मार्ग दिखाया है। जिओ और जीने दो भारतीय संस्कृति का मुख्य संदेश है। भारतीय संस्कृति को अपनाकर ही कोई भी मनुष्य खुद का विकास कर सकता है।
लेकिन आज की युवा पीढ़ी पश्चिमी संस्कृति की ओर ज्यादा बढ़ रही है। हमें अपने बच्चों को अधिक से अधिक संस्कृति के बारे में बताना होगा और अपने जीवन में अपनाना होगा तभी हम भारत को एक विकसित देश बना सकेंगे।
भारतीय संस्कृति पर निबंध पढ़ने के लिए धन्यवाद!
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